शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ शिक्षाविद पैदा करना नहीं है बल्कि मानवीय और संवेदनशील नागरिकों का विकास करना भी है विवेकानन्द विद्यापीठ पावली में हम सुनिश्चित करते हैं की सीखने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाए रखा जाए साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चों के पास अपने व्यक्तिगत और पारस्परिक कौशल विकसित करने के पर्याप्त अवसर हो हमारे शिक्षक अच्छी तरह से योग्य हैं और शिक्षण के लिए एक जुनून साझा करते हैं जिससे वह अपने और अपने छात्रों दोनों में सर्वश्रेष्ठता लाते हैं हमारा दृढ़ विश्वास है कि बच्चों के शैक्षिक विकास में माता पिता की भूमिका महत्वपूर्ण है माता पिता ही बच्चे के पहले गुरु होते हैं इसीलिए हम आपसी सम्मान पैदा करते हैं और माता-पिता शिक्षकों और प्रशासन के बीच निरंतर संवाद स्थापित करने का प्रयास करते हैं
हम सीखने की संस्कृति बनाने पर गर्व करते हैं जहां छात्र अपने चरित्र को विकसित करने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपनी रुचि व्यक्त करने या साझा करने के लिए स्वतंत्र हैं विलंबित, संतुष्टित, अखंडित नागरिक चेतना और हार ना मानने की इच्छाएं यह भी वह मूल्य हैं जिन्हें हम अपने छात्रों में विकसित करना चाहते हैं पाठ्योतर कक्षाओं के साथ-साथ संसार कौशल और गतिविधियों पर जोर देने का मतलब सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देना है हमारे स्कूल के छात्र देश के समझदार और जिम्मेदार नागरिक के रूप में उभरते हैं
विवेकानन्द विद्यापीठ विद्यालय एक साधारण स्कूल से अधिक है हम छात्रों को उनकी क्षमता को बढ़ाने वाली कठिन चुनौती पूर्ण यात्राओं पर जाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं हम अपने छात्रों व शिक्षकों की क्षमता और ने अटूट विश्वास के साथ-साथ प्रोत्साहित करते हैं
विवेकानन्द विद्यापीठ विद्यालय का प्रबंधन और कर्मचारी हमेशा छात्रों के सीखने के अनुभव को रोमांचक और स्पष्ट करने तथा अथक परिश्रम के लिए प्रतिबद्ध है।